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Updated Fri, 19 2021 11:35 PM

कहीं आपका बच्‍चा भी तो नहीं है इन दिनों सुस्‍त, ध्‍यान देने की है जरूरत

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस का संक्रमण इस वक्त तेजी से फैल रहा है। बुजुर्गों व बच्चों को जल्दी इसकी चपेट में आने का खतरा रहता है। कोरोना के इस दौर में माता-पिता व बच्चे की सेहत पर नजर रखें। बच्चा यदि सुस्त दिखे तो तुरंत उसका बुखार मापें। यदि बुखार है तो डॉक्टर से संपर्क करें। सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ प्रो. डॉ. नीरज यादव ने बताया कि इस वक्त यदि बच्चे की तबियत बिगड़ती है तो उसमें लापरवाही न करें। उन्होंने बताया कि इन दिनों बच्चों में सर्दी-जुकाम के साथ हल्का बुखार, कुछ बच्चों में उल्टी और डायरिया की शिकायत, हल्की खांसी होना कोविड के लक्षण हैं। यदि बच्चों में इस प्रकार की समस्या हो तो डॉक्टर से संपर्क करें। उन्होंने बताया कि जब बच्चा बीमार हो तो इस दौरान बच्चे को पानी भरपूर मात्रा में पिलाएं। इसके साथ ही प्रोटीन युक्त भोजन बच्चे को खिलाएं। बच्चे को सफेद अंडा या दाल और सोयाबीन खिलाएं, छोटे बच्चों को दाल का पानी पिला सकते हैं।

साइबर सेल ने ई वालेट कंपनी की मदद से वापस कराई ठगी की रकम

आगरा, जागरण संवाददाता। बैंककर्मी बनकर शातिरों के गिरोह से जुड़ी युवती ने फोन पर क्रेडिट कार्ड की डिटेल ले ली। इसके बाद क्रेडिट कार्ड से एक लाख रुपये का सोना बुक कर दिया। पीड़ित ने तत्काल पुलिस से शिकायत कर दी। इसके चलते एक सप्ताह में साइबर सेल ने ई वालेट कंपनी की मदद से ठगी की रकम वापस करा दी। सदर के सैनिक विहार निवासी दिलीप सिंह के मोबाइल पर 20 अप्रैल को एक युवती का काॅॅल आया। उसने बताया कि वह एसबीआइ क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट से बोल रही है। क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा दिया। उसने कहा कि क्रेडिट कार्ड पर सीपीपी प्लान एक्टिवेट किया जा रहा है। क्रेडिट कार्ड की जानकारी देनी होगी। इसके बाद मोबाइल पर आने वाला रिफरेंस नंबर बताना होगा। दिलीप सिंह ने उसे बैंककर्मी समझकर जानकारी दे दी। उनके मोबाइल पर कुछ देर बाद ओटीपी आया। मगर, उनसे कहा गया कि यह रिफरेंस नंबर है। दिलीप सिंह समझ नहीं पाए। उन्होंने ओटीपी बता दिया। कुछ देर बाद उनके खाते से एक लाख रुपये की आॅॅनलाइन शापिंग कर ली गई। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद दिलीप ने इंस्पेक्टर सदर से मामले की शिकायत की। उन्होंने साइबर सेल को जानकारी दे दी। साइबर सेल की जांच में सामने आया कि दिलीप सिंह के क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेकर एक लाख रुपये का सोना आनलाइन बुक किया गया है। साइबर सेल के मुताबिक, क्रेडिट कार्ड से सोना खरीदने की जानकारी 30 मिनट में ही मिल गई थी। इस पर ई वालेट कंपनी से संपर्क किया गया। क्रेडिट कार्ड खाते से रकम ई वालेट में ट्रांसफर हुई थी। इसके बाद रकम को सोना बेचने वाली कंपनी के खाते में भेजी जानी थी। मगर, ई वालेट से पुलिस ने रकम आगे नहीं जाने दी। इससे मंगलवार को रकम वापस हो गई।

आगरा में गांव की सरकार कमान संभालने को तैयार, पंचायत भवन अब तक नहीं बने

आगरा, जागरण संवाददाता। अगले सप्ताह की शुरुआत में गांव की सरकार का परिणाम आ जाएगा। मतदाताओं ने किसको अपना प्रधान चुना है और किस-किस को ग्राम पंचायत सदस्य, इसका फैसला हो जाएगा। लेकिन अब तक अधिकांश ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन बनकर तैयार नहीं हो सके हैं। ऐसे में इन ग्राम पंचायतों की सरकार अगले कुछ महीने प्रधान के ही घर से संचालित होगी। जिले में 223 पंचायत भवन निर्माण के लक्ष्य के सापेक्ष छह महीने में लगभग 22 पंचायत भवन ही तैयार हो सके हैं। कई ब्लाकों में तो एक भवन भी बनकर तैयार नहीं हो सका है। शासन के निर्देश पर हर ग्राम पंचायत में पंचायत भवन तैयार जाना है। बीते जुलाई-अगस्त में सर्वे के बाद जिले में 223 ऐसी ग्राम पंचायतें चिह्नित की गईं, जिनमें पंचायत भवनों की जरूरत है। इस सर्वे के आधार पर बीते सितंबर में पंचायत भवन बनाने का काम शुरू हुआ लेकिन यह अभियान अब तक गति नहीं पकड़ पाया है। सबसे अधिक पंचायत भवन अछनेरा ब्लाक में बनने हैं। लक्ष्य के अनुरूप भवन निर्माण में सबसे आगे बाह ब्लाक है। यहां 27 पंचायत भवन निर्माण के लक्ष्य के सापेक्ष छह भवन तैयार हो चुके हैं। शमशाबाद, सैंया, पिनाहट, खंदौली, जगनेर, एत्मादपुर ब्लाक में एक भी पंचायत भवन का निर्माण नहीं हो सका है। पंचायत भवन न होने से अब तक ग्राम प्रधान के घर से ही गांव की सरकार चल रही थी। गांव के विकास के संबंध में उनके घर पर ही बैठकें हो रही थीं।